जोहार हिंदुस्तान | पटना : बिहार की सियासत आज से एक नए मोड़ पर पहुंचने जा रही है। कांग्रेस पार्टी द्वारा शुरू की जा रही “वोटर अधिकार यात्रा” का आगाज़ आज शेरशाह सूरी की ऐतिहासिक नगरी सासाराम से होगी। इस यात्रा में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ-साथ महागठबंधन के बड़े चेहरे भी मौजूद रहेंगे।
यात्रा की शुरुआत कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में होगी। खास बात यह है कि इस मंच पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी कांग्रेस के साथ कदम से कदम मिलाते हुए दिखाई देंगे।
यात्रा का उद्देश्य
कांग्रेस का कहना है कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य बिहार में लोकतंत्र और वोटरों के अधिकार की रक्षा करना है। पार्टी ने हाल ही में आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग निष्पक्षता से काम नहीं कर रहा और कई जगहों पर मतदाताओं के अधिकारों का हनन हो रहा है। इसी मुद्दे को जनता के बीच ले जाने के लिए यात्रा निकाली जा रही है।
महागठबंधन की ताकत का प्रदर्शन
इस यात्रा को कांग्रेस और राजद मिलकर महागठबंधन की एकजुटता और ताकत के रूप में भी दिखा रहे हैं। लालू प्रसाद यादव का कांग्रेस मंच पर आना महागठबंधन के लिए एक बड़ा संदेश माना जा रहा है।वहीं तेजस्वी यादव भी यात्रा में सक्रिय भूमिका निभाएंगे, जिससे युवाओं में जोश भरने की रणनीति बनाई गई है।
राजनीतिक महत्व
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले यह यात्रा विपक्षी दलों के लिए बड़ा चुनावी हथियार साबित हो सकती है। एक तरफ जहां राहुल गांधी सीधे जनता से संवाद करेंगे। वहीं दूसरी तरफ लालू-तेजस्वी का साथ, कांग्रेस और राजद के बीच तालमेल को और मज़बूत करेगा।
आज होगी चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस
इसी बीच चुनाव आयोग ने भी आज प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाने की घोषणा की है। माना जा रहा है कि आयोग इस दौरान बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है या फिर कांग्रेस और विपक्ष के हालिया आरोपों पर अपना पक्ष रखेगा।
कांग्रेस की “वोटर अधिकार यात्रा” महज एक राजनीतिक अभियान नहीं, बल्कि बिहार की सियासत में विपक्ष की ताकत दिखाने का मंच भी बन रही है। वहीं चुनाव आयोग की आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने सियासी हलचल को और भी बढ़ा दिया है।