जोहार हिंदुस्तान | पटना : INDIA गठबंधन की ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ का आज पटना में समापन हुआ। इस मौके पर कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित इंडिया गठबंधन के तमाम बड़े नताओं ने संयुक्त रैली को संबोधित किया। भारी जनसमूह की मौजूदगी में राहुल गांधी ने भाजपा और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “वोट चोरी का मतलब है अधिकार, आरक्षण, रोजगार और लोकतंत्र की चोरी है।”
राहुल गांधी का बड़ा बयान
सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन के खिलाफ सुनियोजित तरीके से चुनाव छीने जा रहे हैं।
उन्होंने महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद लगभग एक करोड़ नए मतदाता सूची में जोड़े गए। हमारे गठबंधन को लोकसभा और विधानसभा में बराबर वोट मिले, लेकिन सारे नए वोट भाजपा के खाते में कैसे चले गए? इसका मतलब साफ है कि चुनाव आयोग और भाजपा ने मिलकर वोट चोरी की।
युवाओं से सीधी अपील
राहुल गांधी ने बिहार के युवाओं को चेताते हुए कहा कि वोट चोरी सिर्फ चुनावी हेरफेर नहीं है, बल्कि यह उनके भविष्य से जुड़ा सवाल है।उन्होंने कहा कि वोट चोरी का मतलब है अधिकारों की चोरी है। यह आपके आरक्षण, रोजगार और शिक्षा के अवसर छीनने की साजिश है। अगर यही जारी रहा तो आपका राशन कार्ड और जमीन तक अडानी-अंबानी जैसे उद्योगपतियों को सौंप दी जाएगी।
भाजपा पर सीधा हमला
अपने संबोधन में राहुल गांधी ने महात्मा गांधी और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का जिक्र करते हुए कहा कि जिन ताकतों ने महात्मा गांधी की हत्या की थी, वही ताकतें आज संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे। संविधान ही लोकतंत्र और समानता की गारंटी है।
जनता भाजपा को देगी जवाब
राहुल गांधी ने कहा कि ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ को पूरे बिहार और देशभर में जनता का अपार समर्थन मिला है। उन्होंने विश्वास जताया कि कि जनता भाजपा की तानाशाही का अंत करेगी। 2025 के विधानसभा चुनाव में बिहार की जनता करारा जवाब देगी।
रैली का माहौल
पटना में यात्रा के समापन अवसर पर माहौल पूरी तरह चुनावी रंग में डूबा रहा। जगह-जगह राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का भव्य स्वागत हुआ। हजारों की संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक रैली में शामिल हुए।विपक्षी नेताओं ने एक स्वर में कहा कि भाजपा की हर साजिश का डटकर मुकाबला किया जाएगा। पटना में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ का समापन विपक्ष के लिए बड़ा राजनीतिक संदेश छोड़ गया है। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की संयुक्त मौजूदगी ने यह साफ कर दिया कि आने वाले 2025 के विधानसभा चुनाव में विपक्ष भाजपा को चुनौती देने के लिए पूरी ताकत झोंक देगा।