जोहार हिंदुस्तान | लोहरदगा : जिला प्रशासन लोहरदगा की पहल पर समाहरणालय मैदान में दो दिवसीय “दिवाली हाट” का शुभारंभ विधायक डॉ. रामेश्वर उरांव ने किया। इस अवसर पर पूर्व राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू, उपायुक्त डॉ. ताराचंद, और पुलिस अधीक्षक सादिक अनवर रिजवी समेत कई गणमान्य उपस्थित रहे।
स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों और मूर्तिकारों को मिला मंच : डॉ. रामेश्वर उरांव
उद्घाटन समारोह में विधायक डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों और मूर्तिकारों को अपने उत्पाद बेचने के लिए एक मंच उपलब्ध कराना सराहनीय पहल है।
उन्होंने कहा जिस तरह दिल्ली में ‘दिल्ली हाट’ के माध्यम से स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया गया है, उसी तरह लोहरदगा में भी यह दिवाली हाट स्थानीय कलाकारों के लिए नई पहचान बनेगा।”
डॉ. उरांव ने कहा कि यदि लोहरदगा की मूर्तियां और दीये बेहतर गुणवत्ता वाले हैं, तो इन्हें दूसरे राज्यों और विदेशों में निर्यात किया जा सकता है। उन्होंने स्थानीय कला और शिल्प को प्रोत्साहन देने पर बल देते हुए कहा कि इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और युवाओं के लिए रोज़गार के नए अवसर खुलेंगे।
स्थानीय कारीगरों की बढ़ेगी आय : पूर्व सांसद धीरज प्रसाद साहू
पूर्व राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू ने कहा कि इस तरह के आयोजन से स्थानीय कारीगरों और शिल्पकारों की आय में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि आमजन अगर स्थानीय उत्पादों की खरीदारी करेंगे तो यह हाट आने वाले वर्षों में और बड़ा रूप लेगा।
भविष्य में और बड़ा हाट उपलब्ध कराएंगे : उपायुक्त डॉ. ताराचंद
उपायुक्त डॉ. ताराचंद ने कहा कि जिला प्रशासन भविष्य में स्थानीय कारीगरों और शिल्पकारों को एक स्थायी और बड़ा हाट उपलब्ध कराने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा देना हमारा लक्ष्य है। इस वर्ष बारिश के कारण मूर्तिकारों को भारी नुकसान हुआ, इसलिए यह हाट उन्हें आर्थिक रूप से संबल देने का प्रयास है।
17 अक्टूबर तक खुला रहेगा दिवाली हाट
उपायुक्त ने आम जनता से अपील की कि वे 17 अक्टूबर को भी दिवाली हाट में आकर स्थानीय और स्वदेशी उत्पादों की खरीदारी करें।
इस हाट में स्थानीय कुम्हार, बांस शिल्पकार, महिला स्वयं सहायता समूह, कृषक उत्पादक समूह और पारंपरिक कारीगरों द्वारा तैयार वस्तुओं की बिक्री की जा रही है।
दीये, मोमबत्तियाँ, पूजन सामग्री, मिट्टी के खिलौने, देव मूर्तियाँ, बांस की टोकरी, सूप, तोरण, झालर, दोना-पत्तल, मिठाइयाँ, लावा, मुढ़ी, करंज तेल आदि।
जिन लोगों को अपना स्टॉल लगाना है वे जिला पंचायत राज पदाधिकारी, लोहरदगा (8210439118) से संपर्क कर निःशुल्क स्टॉल प्राप्त कर सकते हैं।
