जोहार हिंदुस्तान | साहिबगंज : झारखंड के साहिबगंज जिले में गंगा नदी का जलस्तर लगातार खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है। फिलहाल गंगा का पानी सामान्य स्तर से करीब एक मीटर अधिक है, जिससे जिले के निचले इलाके विशेषकर दियारा क्षेत्र के लोग अब भी बाढ़ की मार झेल रहे हैं।
दियारा क्षेत्र में स्थिति गंभीर
गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण दियारा इलाके के गांवों में भारी जलभराव है। कई घरों के आंगन और खेत-खलिहान अब भी पानी में डूबे हुए हैं। ऊपरी क्षेत्रों में पानी थोड़ा-बहुत उतरना शुरू हुआ है, लेकिन निचले हिस्सों में हालत पहले जैसी ही बनी हुई है। बाढ़ का पानी सड़कों और गलियों में भरा होने से ग्रामीणों का आना-जाना मुश्किल हो गया है।
किसानों और ग्रामीणों पर असर
खेतों में पानी भरे रहने से धान और सब्जी जैसी फसलें बर्बाद हो रही हैं। किसान गहरी चिंता में हैं क्योंकि उनका पूरा साल का परिश्रम बाढ़ के पानी में डूब गया है। वहीं, पशुओं के लिए चारा और सुरक्षित जगह की समस्या लगातार बढ़ रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि नाव से ही एक गांव से दूसरे गांव पहुंचना संभव हो पा रहा है। बच्चों और बुजुर्गों की हालत सबसे ज्यादा खराब है, क्योंकि जलभराव से बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ रहा है।
प्रशासन की तैयारी
जिला प्रशासन की ओर से स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। प्रभावित इलाकों में निगरानी के लिए टीमों को तैनात किया गया है। बाढ़ग्रस्त गांवों में राहत सामग्री पहुँचाने का कार्य भी किया जा रहा है। हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि मदद सभी तक नहीं पहुँच पा रही है और उन्हें अब भी कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
गंगा किनारे के लोग चिंतित
साहिबगंज और आसपास के गंगा किनारे बसे गांवों के लोग आने वाले दिनों को लेकर सबसे ज्यादा चिंतित हैं। उनका कहना है कि अगर जलस्तर और बढ़ा तो स्थिति और भी भयावह हो सकती है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने भी चेतावनी दी है कि लगातार पानी भरे रहने से डेंगू, मलेरिया और जलजनित बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।