जोहार हिंदुस्तान | लातेहार : प्राकृतिक पर्व करम डाली का विसर्जन पूरे आदिवासी समाज में आस्था और परंपरा से जुड़ा हुआ है। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता और पंचायत समिति सदस्य अयुब खान ने लोगों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि इस समय लगातार हो रही बारिश से डैम, तालाब, बांध और नदियाँ लबालब भरे हुए हैं। करम डाली विसर्जन के दौरान पूरे समुदाय की भागीदारी होती है, ऐसे में जरा सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।
अयुब खान की अपील
विसर्जन के समय बच्चों को 200-300 फीट दूरी पर रखें। सीमित संख्या में ही लोग विसर्जन के लिए जाएं। पानी में उतरने से पहले पूरी सतर्कता बरतें। प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करें और आवश्यकता पड़ने पर तुरंत सूचना दें।
प्रशासन की तैयारियाँ
जिला प्रशासन ने करम डाली विसर्जन को देखते हुए कई संवेदनशील स्थानों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती की है। अधिकारियों ने कहा है कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है, लेकिन स्थानीय लोगों को भी जिम्मेदारी निभानी होगी।
प्रतिनिधियों से अपील
अयुब खान ने जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, मुखिया, वार्ड सदस्य और ग्राम प्रधान से भी अपील की है कि वे गांव-गांव में लोगों को जागरूक करें और उन्हें सुरक्षा उपायों के बारे में बताएं।
बालूमाथ की दर्दनाक घटना
लातेहार जिले के बालूमाथ प्रखंड में करम पर्व के दौरान तालाब में डूबने से 7 बच्चियों की दर्दनाक मौत हुई थी। उस हादसे की याद आज भी लोगों को सिहरने पर मजबूर कर देती है। अयुब खान ने कहा कि हमें इस तरह की घटनाओं से सबक लेकर सतर्क रहना चाहिए ताकि कोई और परिवार इस तरह के दुख से न गुजरे।