जोहार हिंदुस्तान | रांची : झारखंड की राजनीति और पुलिस प्रशासन में इन दिनों नया विवाद खड़ा हो गया है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने रांची जिले के तुपुदाना ओपी प्रभारी दुलाल महतो पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मामला उस समय तूल पकड़ गया, जब दुलाल महतो ने सीधे राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार से मुलाकात की।
मंत्री इरफान अंसारी ने इस मुलाकात पर कड़ी आपत्ति जताई और इसे पुलिस सेवा के अनुशासन के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि बिना विभागीय अनुमति के किसी ओपी प्रभारी का राज्यपाल से सीधे जाकर मिलना सवालों के घेरे में है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी ने कहा..
“तुपुदाना ओपी प्रभारी दुलाल महतो आखिर किस हैसियत से महामहिम राज्यपाल से मिलने गए? क्या उन्होंने विभाग से अनुमति ली थी? और उनके साथ बजरंग दल के नेता क्यों मौजूद थे? यह घोर अनुशासनहीनता है।”
मंत्री ने डीजीपी अनुराग गुप्ता से की कार्रवाई की मांग
स्वास्थ्य मंत्री ने झारखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता से इस मामले में संज्ञान लेने और ओपी प्रभारी के खिलाफ उचित विभागीय कार्रवाई करने की मांग की है।
विवाद की असल वजह क्या?
ओपी प्रभारी दुलाल महतो ने राज्यपाल से मुलाकात की इस मुलाकात के दौरान उनके साथ बजरंग दल के कुछ नेता भी मौजूद थे। मंत्री का कहना है कि यह मुलाकात सामान्य शिष्टाचार नहीं, बल्कि राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की है। मंत्री इरफान अंसारी का कहना है कि पुलिस प्रशासन को राजनीति से दूर रहना चाहिए, लेकिन इस घटना ने अनुशासनहीनता की नई मिसाल पेश की है।
मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी के द्वारा डीजीपी अनुराग गुप्ता से तपुदाना ओपी प्रभारी पर कार्रवाई की मांग करने के बाद अब सब की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि डीजीपी अनुराग गुप्ता इस मामले पर क्या रुख अपनाते हैं और ओपी प्रभारी दुलाल महतो के खिलाफ क्या कदम उठाए जाते हैं।