जोहार हिंदुस्तान डेस्क | नई दिल्ली : नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कड़ा कदम उठाते हुए एक साथ 26 प्रमुख सोशल मीडिया एप्स और वेबसाइट्स को देश में प्रतिबंधित करने का आदेश जारी किया है। नेपाल दूरसंचार प्राधिकरण (NTA) ने यह आदेश 19 अगस्त 2024 को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के निर्देश और माननीय सर्वोच्च अदालत के आदेश के अनुपालन में जारी किया।
प्रतिबंधित प्लेटफॉर्म्स में फेसबुक, फेसबुक मैसेंजर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, ट्विटर (X), व्हाट्सएप, स्नैपचैट, लिंक्डइन, रेडिट, डिस्कॉर्ड, पिंटरेस्ट, सिग्नल, थ्रेड्स, वीचैट, क्वोरा, टम्बलर, क्लब हाउस, मास्टोडन, रंबल, मीवी, VK, लाइन, IMO, जालो, सोल और हमरो पात्रो शामिल हैं।
क्यों लगाया गया बैन?
अधिकारियों के अनुसार, हाल के महीनों में सोशल मीडिया पर फर्जी सूचना, अफवाहें, धार्मिक और जातीय उकसावे वाले पोस्ट, अश्लील सामग्री, साइबर अपराध और ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले लगातार बढ़ रहे थे। सरकार का मानना है कि इन प्लेटफॉर्म्स पर बिना पंजीकरण और स्थानीय कानूनों का पालन किए ऑपरेट किया जा रहा था, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक सौहार्द को खतरा पैदा हो रहा था।
आम जनता और कारोबार पर असर
नेपाल में बड़ी संख्या में लोग संवाद, कारोबार, शिक्षा और मनोरंजन के लिए इन्हीं प्लेटफॉर्म्स पर निर्भर हैं। अचानक लगे इस प्रतिबंध से छात्रों, ऑनलाइन कारोबारियों और छोटे व्यापारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि सरकार ने साफ किया है कि जल्द ही वैकल्पिक ‘रेगुलेटेड सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म’ लाए जाएंगे और पंजीकरण के बाद कुछ कंपनियों को दोबारा संचालन की अनुमति मिल सकती है।
राजनीतिक हलचल
इस कदम को लेकर नेपाल की राजनीति में भी हलचल मच गई है। विपक्षी दलों ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया है, जबकि सरकार का कहना है कि यह कदम सार्वजनिक हित और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है।