जोहार हिंदुस्तान | लोहरदगा : मुस्लिम यूथ वेलफेयर सोसाइटी ने जिले की गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी को ज्ञापन सौंपा है। संगठन ने सदर अस्पताल की लचर व्यवस्था और अव्यवस्था पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए तत्काल सुधार की मांग की है।
बक्साइट परिवहन क्षेत्र में बढ़ रही दुर्घटनाएं, पर ट्रॉमा सेंटर नहीं
ज्ञापन में कहा गया है कि लोहरदगा जिला राज्य का प्रमुख बॉक्साइट खनन और परिवहन केंद्र है, जहां प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक गुजरते हैं। इसके चलते लगातार सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं। बावजूद इसके सदर अस्पताल में समुचित आपातकालीन सुविधा नहीं है। घायल मरीजों को मजबूरन रांची रिम्स रेफर करना पड़ता है और कई मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। सोसाइटी ने सदर अस्पताल में अत्याधुनिक ट्रॉमा सेंटर की स्थापना की मांग की है।
अल्ट्रासाउंड सप्ताह में सिर्फ दो दिन, गरीब मरीजों की परेशानी
संगठन ने यह भी बताया कि सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड जांच सप्ताह में केवल 1–2 दिन ही होती है। इसके कारण गरीब और मजदूर वर्ग को निजी जांच केंद्रों का सहारा लेना पड़ता है, जहां उन्हें भारी खर्च उठाना पड़ता है। ज्ञापन में प्रतिदिन अल्ट्रासाउंड जांच की स्थायी व्यवस्था की मांग की गई है।
निजी अस्पतालों के दलाल और डॉक्टरों पर आरोप
ज्ञापन में सदर अस्पताल परिसर में सक्रिय निजी अस्पतालों के दलालों की शिकायत भी दर्ज की गई है। बताया गया है कि ये दलाल ग्रामीण एवं अशिक्षित मरीजों को यह कहकर गुमराह करते हैं कि यहां इलाज संभव नहीं है और उन्हें निजी अस्पतालों में भेजकर मोटी रकम वसूलते हैं।
सोसाइटी ने आरोप लगाया कि इस काम में कुछ डॉक्टर और कर्मचारी भी संलिप्त हैं, जो सदर अस्पताल में पदस्थापित रहते हुए निजी अस्पताल भी चला रहे हैं। संगठन ने इसकी उच्चस्तरीय जांच, दोषी डॉक्टरों का ट्रांसफर, और अस्पताल परिसर को दलाल-मुक्त बनाने की कार्रवाई की मांग की है।
गरीब और मजदूर वर्ग की जिंदगी से जुड़ा सवाल
ज्ञापन में कहा गया है कि ये समस्याएं सीधे तौर पर जिले के गरीब, मजदूर और वंचित वर्ग की जिंदगी से जुड़ी हैं। संगठन ने उम्मीद जताई है कि स्वास्थ्य मंत्री संवेदनशीलता दिखाते हुए इन मांगों पर त्वरित कार्रवाई करेंगे और लोहरदगा सदर अस्पताल को एक आदर्श स्वास्थ्य केंद्र के रूप में स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त करेंगे।