जोहार हिंदुस्तान | झारखंड : लोहरदगा सदर अस्पताल में भर्ती मरीज नूरेसा खातून, जो लोहांजरा की रहने वाली हैं, को चिकित्सकों ने बी नेगेटिव (B-) रक्त की आवश्यकता बताई। परिजनों ने शहरभर में रक्त का इंतज़ाम करने की हर मुमकिन कोशिश की, लेकिन दुर्लभ रक्त समूह होने के कारण सफलता नहीं मिली।
जब कोई नहीं आया साथ, तब साथ आई “मुस्लिम यूथ वेल्फेयर सोसाइटी”
परिजन अंत में मुस्लिम यूथ वेल्फेयर सोसाइटी के संस्थापक सैय्यद वसीम से संपर्क किए। बिना समय गंवाए सैयद वसीम ने तुरंत पहल करते हुए सोसाइटी के सक्रिय सदस्य अमीर अब्दुल्ला से संपर्क किया। अमीर अब्दुल्ला ने न सिर्फ तत्परता दिखाई बल्कि सदर अस्पताल के ब्लड बैंक पहुंचकर बी नेगेटिव रक्तदान कर मरीज की जान बचाने में मदद की।
2013 से अब तक जारी है समाजसेवा की मिसाल
गौरतलब है कि मुस्लिम यूथ वेल्फेयर सोसाइटी की स्थापना वर्ष 2013 में हुई थी। तब से यह संस्था लगातार स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक सहयोग के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देती आ रही है। विशेष रूप से रक्तदान के क्षेत्र में सोसाइटी ने अब तक हजारों यूनिट रक्तदान कर ज़रूरतमंदों की जान बचाई है। संस्था आर्थिक मदद, आपदा राहत, और मानव सेवा के हर पहलू में सक्रिय भूमिका निभा रही है।
मौके पर ये रहे मौजूद
इस अवसर पर सोसाइटी के संस्थापक सैय्यद वसीम, अध्यक्ष मोहेमिन (बब्बन), मीडिया प्रभारी तुफैल अंसारी, सैफुल्लाह अंसारी मौके पर उपस्थित रहे।