जोहार हिंदुस्तान | चंदवा/लातेहार: सांसद आदर्श ग्राम चटुआग के किसानों ने लंबे समय से जारी बिजली संकट के विरोध में अनिश्चितकालीन जमीन समाधि सत्याग्रह शुरू कर दिया है। दर्जनों किसान खेतों में गड्ढा खोदकर जमीन में बैठ गए हैं और सरकार से बिजली समस्या का समाधान करने की मांग कर रहे हैं।
यह आंदोलन हर दिन सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक जारी रहेगा। आंदोलन में किसानों के साथ पंचायत समिति सदस्य अयुब खान भी शामिल हुए और आंदोलनकारियों के समर्थन में अपनी बात रखी।
ग्रामीण किसान जीदन टोपनो, सनीका मुंडा, बुधराम बारला, दाउद होरो, अमित भेंगरा, सिमान भेंगरा, प्रमीला भेंगरा, फगुनी भेंगरा, अंधरियस टोपनो, धुमा भेंगरा, मुना भेंगरा, मागरेट टोपनो, मुक्ता टोपनो, वीनीता कोंनगाड़ी, पुरन मुंडा समेत कई लोगों ने कहा कि सांसद आदर्श ग्राम घोषित होने के बावजूद गांव के कई टोले आज भी अंधेरे में हैं।
ग्रामीणों के अनुसार कई टोले ऐसे हैं जहां अब तक बिजली नहीं पहुंची। कुछ जगहों पर लकड़ी के खंभों और पेड़ों के सहारे बिजली तार लटकाकर किसी तरह रोशनी की जाती है। अठुला टोला में नया ट्रांसफॉर्मर लगाने की जरूरत है, लेकिन प्रशासन से कोई पहल नहीं हो रही।
किसानों ने बताया कि पिछली बार भी इसी मांग को लेकर आंदोलन किया गया था। तब आश्वासन मिला था कि जल्द समाधान होगा, लेकिन आज तक स्थिति जस की तस बनी हुई है।
गांव के अठुला, कारी टोंगरी, उबका पानी, पहना पानी, परहैया टोला, लोहराही, पोक्या, चोरझरीया, पुरंमपनियां, भेलवाही, बगडेगवा और चरकापत्थल जैसे कई इलाकों में अब तक विद्युतीकरण नहीं हुआ है। ग्रामीणों ने कहा कि मजबूरी में लकड़ी के पॉल और पेड़ों के सहारे बिजली तार टांगे गए हैं, जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
ग्रामीणों ने प्रशासन और सरकार से आग्रह किया है कि यदि गांव को वास्तव में सांसद आदर्श ग्राम कहा जाता है, तो यहां के हर टोले तक बिजली पहुंचाना प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए।
