जोहार हिंदुस्तान डेस्क | नई दिल्ली : पंजाब नेशनल बैंक घोटाले का मुख्य आरोपी और भगोड़ा कारोबारी मेहुल चोकसी, जिनका फ्रॉड 13,000 करोड़ से ऊपर का है, बेल्जियम से भारत लाने की प्रक्रिया तेज हो चुकी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने बेल्जियम सरकार को यह आश्वस्त किया है कि चोकसी को मुंबई के आर्थर रोड जेल के बैरक नंबर-12 में रखा जाएगा—जहाँ उनकी देखभाल के लिए उच्च स्तर की सुविधा एवं मेडिकल व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
यह बिना अफसर, एक ‘मानवतापूर्ण आश्वासन’ नहीं
बैरक संख्या-12 को केवल अपराधिक दोषी नहीं, बल्कि आर्थिक/सफेदपोश अपराधियों के लिए विशिष्ट रूप से आरक्षित किया गया है। वहाँ अधिकतम छह कैदी रह सकते हैं, और दो कोठरियाँ वर्तमान में खाली हैं ।
हर कैदी को न्यूनतम 3 वर्ग मीटर निजी स्थान दिया जाएगा, स्नान और टॉयलेट अटैच्ड होंगे, अच्छी वेंटिलेशन, सीसीटीवी सुरक्षा, पार्किंग जैसी व्यवस्था की गई है ।
सोने के लिए कॉटन का गद्दा, तकिया, चादर, कंबल मुहैया होंगे; मेडिकल जरूरत पड़ने पर लकड़ी या धातु का बिस्तर कोर्ट की हिदायत पर रखा जाएगा ।
तीन समय का भोजन, विशेष आहार, जलीय आपूर्ति और जेल कैंटीन के माध्यम से फल एवं स्नैक्स का प्रबंध होगा ।
मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योग, ध्यान, लाइब्रेरी, बोर्ड गेम (शतरंज, कैरम), बैडमिंटन जैसे खेलों की सुविधा रहेगी ।
24×7 मेडिकल सुविधा, जेल में चिकित्सक, नर्स, दवाइयाँ, लैब सेवा, जेल अस्पताल (20 बेड) और जवाहरलाल नेहरू अस्पताल जैसी सुविधा उपलब्ध रहेगी ।
यदि जरूरत हो तो निजी डॉक्टर सुविधा या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से विशेषज्ञ से संपर्क की अनुमति भी दी जाएगी ।
क्यों यह महत्वपूर्ण है?
प्रत्यर्पण (Extradition) की प्रक्रिया में बेल्जियम जैसे यूरोपीय देशों को यह आश्वस्त करना अनिवार्य होता है कि प्रत्यर्पित व्यक्ति को मानवाधिकार के अनुरूप सुविधाएँ और सम्मानपूर्ण जेल कंडीशन मिलेगी।
चोकसी के वकीलों ने जेल की सुरक्षा और उनकी स्वास्थ्य स्थिति (उन्हें कैंसर सहित अन्य बीमारियाँ हैं) को लेकर चिंता जताई थी ।
इसलिए MHA की ओर से जेल की फिजिकल कंडीशन, मेडिकल व्यवस्था और सुरक्षा के बारे में विस्तृत गारंटी प्रदान की गई, जिससे बेल्जियम कोर्ट को प्रत्यर्पण में सहयोग मिल सके ।