जोहार हिंदुस्तान डेस्क : सोशल मीडिया और कुछ मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन की अफवाह तेजी से फैल रही है। लेकिन इस खबर में कोई सच्चाई नहीं है। दरअसल, रामदास सोरेन की तबीयत गंभीर है और उन्हें दिल्ली के अपोलो अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया है। उनकी हालत गंभीर जरूर है, लेकिन स्थिर बताई जा रही है।
क्या बोले झामुमो नेता कुणाल सारंगी?
झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता कुणाल सारंगी ने खुद इस अफवाह का खंडन किया है और लोगों से संयम बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा:
मेरा विनम्र आग्रह होगा सभी लोगों से और मीडिया के साथियों से — कृपया माननीय मंत्री रामदास सोरेन जी के स्वास्थ्य के बारे में बिना आधिकारिक जानकारी के कुछ भी साझा न करें। मैं उनके साथ हूँ और हम लोग दिल्ली के अपोलो अस्पताल पहुँचने वाले हैं। उनकी स्थिति गंभीर ज़रूर है, लेकिन स्थिर है। ईश्वर की कृपा, डॉक्टरों की मेहनत और आप सबकी दुआओं से वे ज़रूर ठीक हो जाएंगे। कृपया ईश्वर से प्रार्थना करें।”
क्या है अब तक की स्थिति?
शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन शनिवार सुबह अपने आवास के वॉशरूम में गिर पड़े थे, जिससे उन्हें ब्रेन स्ट्रोक आया।
उन्हें पहले टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
वहां से उन्हें दिल्ली के अपोलो अस्पताल में रेफर किया गया है, जहाँ विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम इलाज में जुटी है।
उनके साथ झामुमो के वरिष्ठ नेता और परिजन भी मौजूद हैं।
सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचें
झारखंड सरकार और झामुमो ने स्पष्ट किया है कि किसी भी अप्रामाणिक या अफवाह वाली खबर को न फैलाएं और न ही उस पर भरोसा करें। मंत्री जी के स्वास्थ्य से जुड़ी कोई भी पुष्टि सरकारी या परिवार की ओर से अधिकृत सूत्रों से ही साझा की जाएगी।
जनता से अपील
जोहार हिंदुस्तान की ओर से भी जनता से अपील है कि मंत्री रामदास सोरेन जी के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करें और अफवाहों से बचें।यह समय एकजुट होकर उनके लिए सकारात्मक सोचने और प्रार्थना करने का है।