जोहार हिंदुस्तान | लातेहार : पैगंबर मोहम्मद साहब ﷺ के जन्मदिन के अवसर पर शुक्रवार को ईद-ए-मिलादुन्नबी का पर्व पूरे उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। इस मौके पर चंदवा प्रखंड में परंपरागत शान-ओ-शौकत के साथ जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला गया।
जुलूस का प्रारंभ और मार्ग
जुलूस की शुरुआत शुक्रबाजार, कामता, परसाही और कुजरी से हुई। इसके बाद जुलूस हरैया मोड़, रेलवे क्रॉसिंग, सुभाष चौक, मुख्य शहर, गैरेज लेन, थाना, इंदिरा गांधी चौक होते हुए बस स्टैंड पहुँचा।
हाथों में बैनर और झंडे लिए लोगों ने पूरे रास्ते “रसूल की आमद मरहबा” और “सरकार की आमद मरहबा” के नारे लगाए। जुलूस में शामिल हाफिज, कारी, मौलाना और मदरसा के छात्र लगातार नात-ए-रसूल पेश करते हुए आगे बढ़ते रहे।
इस्लाम अमन और भाईचारे का पैगाम देता है
बस स्टैंड में आयोजित कार्यक्रम का आगाज़ मौलाना अताउल रहमान ने कुरआन शरीफ़ की तिलावत से किया। उन्होंने कहा कि पैग़म्बर-ए-इस्लाम ﷺ पूरी दुनिया को अमन, चैन, भाईचारे और इंसानियत का पैग़ाम देते हैं।
इसके अलावा मुफ्ती मनान और मौलाना ज़्याउल हक नूरी ने भी कुरआन और हदीस से जुड़ी शिक्षाओं पर बयान दिया और ईद-ए-मिलादुन्नबी के महत्व को बताया। अंत में जिला, राज्य और देश की शांति और अमन की दुआ की गई।
वितरण और सेवा कार्य
इस अवसर पर अब्दुल नुर कलाम की ओर से बच्चों के बीच बिस्कुट वितरित किए गए। वहीं, शुक्रबाजार अंजुमन की ओर से फलों और पानी का वितरण किया गया।
प्रशासनिक सुरक्षा व्यवस्था
जुलूस को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। चंदवा थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक रंधीर कुमार के नेतृत्व में पुलिस दल-बल के साथ मुस्तैद रही। इस दौरान एएसआई सरोज कुमार सिंह, अजीत कुमार सिंह, राम प्रसाद राम, श्रवण कुमार, वीरेंद्र कुमार, भुनेश्वर यादव समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद था।
बड़ी संख्या में शामिल हुए धर्मावलंबी
जुलूस-ए-मोहम्मदी में बड़ी संख्या में धर्मगुरु, पंचायत प्रतिनिधि, समाजसेवी और आम लोग शामिल हुए। प्रमुख रूप से अयूब खान, ग़्यास खान, बाबर खान, असगर खान, रियाज टेलर, इरफान फानु, इरफान राईन, अब्दुल नुर कलाम, विक्की खान, वाजीद खान, रौशन टेलर, कमरुद्दीन खान, हैदर अली, काशीद टेलर, मो. इस्लाम, मो. शमीम, हसीब राईन, मो. छोटू, अब्दुल सलाम, खुर्शीद राईन, रिजवान अंसारी, मो. अफ़ज़ल, रबुल खान, सरफुद्दीन राईन, नसरुद्दीन मियां, मुस्तफ़ा खान, आलमगीर खान, रमज़ान साईं चिश्ती, तौफीक खान, जीसान खान, जम्हीर खलीफा, कैफी खान, हसनैन खान, जुनैद खान, जाहीद खान, सफीद खान, नूर मोहम्मद खान, गुलेमान खान सहित बड़ी संख्या में मुस्लिम धर्मावलंबी उपस्थित रहे।
मदरसा के छात्र-छात्राओं की भी विशेष भागीदारी रही, जिन्होंने अपने नात और तकरीरों से माहौल को रोशन किया।