जोहार हिंदुस्तान | लोहरदगा : इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग लोहरदगा जिला कमिटी के अध्यक्ष मुर्शीद अंसारी ने पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए दिवंगत नेता को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुर्शीद अंसारी ने अपने वक्तव्य में कहा— झारखंड के अलग राज्य बनने की लड़ाई में दिशोम गुरु शिबू सोरेन की भूमिका ऐतिहासिक रही है। वे झारखंड के आंदोलन के पीतामह थे। उनका निधन केवल एक राजनेता का जाना नहीं, बल्कि झारखंड की आत्मा पर गहरा आघात है।
उन्होंने बताया कि झारखंड को वर्ष 2000 में बिहार से अलग कर अलग राज्य का दर्जा दिलाने के लिए सैकड़ों आंदोलनकारियों ने संघर्ष किया, लेकिन दिशोम गुरु शिबू सोरेन इस लड़ाई के अग्रणी स्तंभ थे। वे आदिवासी-मूलवासी समाज के अधिकार, सम्मान और विकास के प्रतीक थे।
मुर्शीद अंसारी ने आगे कहा कि— शिबू सोरेन का जीवन एक आदर्श था, जो शोषणमुक्त समाज और सामाजिक न्याय के लिए समर्पित रहा। उन्होंने हमेशा यह सपना देखा कि झारखंड के वंचित, गरीब और पिछड़े वर्ग मुख्यधारा से जुड़ें और सम्मान से जीवन जिएं।