जोहार हिंदुस्तान | लोहरदगा : लोहरदगा सदर अस्पताल परिसर में संचालित मुख्यमंत्री दाल-भात योजना केंद्र गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है, लेकिन इसकी स्थिति किसी बड़े हादसे को न्यौता देती नजर आ रही है। यह केंद्र जर्जर भवन में संचालित हो रहा है, जिसकी दीवारों और छतों में दरारें साफ दिखाई दे रही हैं। किसी भी दिन बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
इस केंद्र पर रोजाना बड़ी संख्या में मजदूर, रिक्शा चालक और गरीब तबका भोजन के लिए पहुंचता है। मात्र 5 रुपये में दाल, भात और सब्जी मिलने से उन्हें राहत तो मिल रही है, लेकिन जर्जर भवन में बैठकर भोजन करने से उनकी जान हमेशा खतरे में रहती है।
केंद्र पर भोजन करने पहुंचे कई मजदूरों और लाभुकों ने कहा कि भोजन मिलना हमारे लिए बड़ी राहत है, लेकिन जर्जर भवन में बैठे-बैठे हर वक्त डर बना रहता है। कहीं भी छत या दीवार गिरने से बड़ा हादसा हो सकता है। उन्होंने प्रशासन और सरकार से अपील की है कि इस योजना को सुरक्षित भवन में संचालित कराया जाए।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री दाल-भात योजना झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। गरीब वर्ग को कम कीमत में पौष्टिक और भरपेट भोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की गई थी। इस योजना ने हजारों परिवारों को भूख से बचाया है, लेकिन लोहरदगा सदर अस्पताल परिसर में चल रहा यह केंद्र जर्जर भवन की वजह से लोगों की चिंता बढ़ा रहा है।