जोहार हिंदुस्तान | लोहरदगा: लोक आस्था के महापर्व छठ के तीसरे दिन सोमवार को जिले के विभिन्न छठ घाटों पर छठव्रतियों ने अस्ताचलगामी (डूबते) सूर्य को संध्या अर्घ्य अर्पित किया। घाटों पर श्रद्धालुओं की आस्था और उत्साह का अद्भुत संगम देखने को मिला। व्रती महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में डाला सजाकर सूर्य देव से सुख-समृद्धि की कामना करती नजर आईं।
सांसद सुखदेव भगत ने लिया जन-भावनाओं का जायजा
लोहरदगा लोकसभा सांसद सुखदेव भगत विभिन्न छठ घाटों का दौरा करते हुए श्रद्धालुओं से मुलाकात की। उन्होंने व्यवस्था से संतुष्टि व्यक्त की और कहा कि प्रशासन एवं स्थानीय लोगों का सहयोग इस पर्व को सफल बनाता है। उन्होंने व्रतियों को शुभकामनाएं देते हुए छठ को झारखंड की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक बताया।
प्रशासन की सख्त निगरानी और सराहनीय व्यवस्था
छठ पूजा को लेकर जिला प्रशासन, नगर परिषद और पुलिस विभाग की तैयारियों ने इस वर्ष भी व्रतियों को निर्बाध और सुरक्षित माहौल प्रदान किया। सभी प्रमुख घाटों पर बैरिकेडिंग, प्रकाश, मेडिकल टीम, गोताखोर एवं कंट्रोल रूम की व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित की गई।
डीसी और एसपी ने किया घाटों का निरीक्षण
लोहरदगा डीसी डॉ. ताराचंद, पुलिस अधीक्षक सादिक अनवर रिजवी ने संयुक्त रूप से जिले के विभिन्न घाटों का निरीक्षण कर सुरक्षा एवं व्यवस्थाओं का जायजा लिया। अधिकारियों ने घाटों पर मौजूद श्रद्धालुओं से संवाद कर उनकी जरूरतों की जानकारी ली और मौके पर ही कई निर्देश जारी किए।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
एसपी सादिक अनवर रिजवी के नेतृत्व में घाटों पर बड़ी संख्या में पुलिस बल, महिला पुलिस, होमगार्ड व गोताखोरों की तैनाती की गई। शहर के मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए विशेष प्लान लागू किया गया, जिससे किसी भी प्रकार की अफरा-तफरी की स्थिति न उत्पन्न हो।
अब उदीयमान सूर्य को दिया जाएगा सुबह का अर्घ्य
मंगलवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन होगा। जिला प्रशासन ने सुबह के अर्घ्य के लिए भी विस्तृत तैयारी सुनिश्चित की है और लोगों से अपील की है कि सुरक्षित तरीके से घाटों पर पहुंचकर पूजा-अर्चना करें।
