जोहार हिंदुस्तान | लोहरदगा : सेन्हा प्रखंड के भड़गाँव एवं कल्हेपाट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित चहल्लुम मेला इस वर्ष भी सामाजिक एकता और भाईचारे का संदेश देकर सम्पन्न हुआ। चहुल्लुम कमेटी के इस कार्यक्रम में लोहरदगा जिला और बाहर से आए अखाड़ा टीमों के खिलाड़ियों ने अस्त्र-शस्त्र चालन प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और शानदार प्रदर्शन किया।
मेले में विशिष्ट अतिथि कांग्रेस नेता सलीम अंसारी (बड़े) ने करबला की शहादत को याद करते हुए कहा..
“चहल्लुम हमें यह सीख देता है कि सिर कट सकता है, लेकिन सत्य और इंसानियत से समझौता नहीं हो सकता। यह मेला धर्म की सीमाओं से ऊपर उठकर हमें भाईचारे और विविधता में एकता का संदेश देता है।”
युवाओं से आह्वान किया गया कि..
“आज समाज को सबसे ज्यादा ज़रूरत है युवाओं की ऊर्जा, साहस और संकल्प की। हुसैन ने हमें दिखाया कि संख्या बल नहीं, बल्कि सच्चाई और ईमानदारी ही सबसे बड़ी ताकत है। इस मेले की तरह हमें हमेशा एकजुट रहकर समाज में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और शांति का माहौल बनाना होगा।”
सामाजिक एकता का मंच बना मेला..
मेले में मौजूद वक्ताओं ने कहा कि चहल्लुम केवल धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह इंसानियत, त्याग और बलिदान का प्रतीक है। यह मेला हमें सिखाता है कि अमीरी-गरीबी, जात-पात और मजहब के भेदभाव को भुलाकर सभी को साथ चलना चाहिए।
खिलाड़ियों का सम्मान
अंत में प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी अखाड़ा खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। बड़ी संख्या में ग्रामीणों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की मौजूदगी ने इस आयोजन को यादगार बना दिया।
आयोजन समिति के सदर रुस्तम अंसारी, सेक्रेटरी मिन्हाज अंसारी, नाएब सदर अब्बू सहमू, नाएब सेक्रेटरी वकील अंसारी, खजांची सरताज अंसारी और प्रेस बंधुओं की मौजूदगी ने कार्यक्रम को और भव्य बनाया।