जोहार हिंदुस्तान | लोहरदगा : कहते हैं “अगर किसी के दिल में जगह बनानी है, तो रास्ता रक्तदान से होकर जाता है”। इसी सोच को हकीकत में बदलते हुए मुस्लिम यूथ वेल्फेयर सोसाइटी ने लोहरदगा में इंसानियत की अनूठी मिसाल पेश की।
लोहरदगा सदर अस्पताल में इलाजरत 5 वर्षीय मासूम अरशद अंसारी की जान उस वक्त संकट में पड़ गई जब चिकित्सकों ने तत्काल A पॉजिटिव ब्लड की मांग की। परिजन दौड़-धूप करते रहे, लेकिन ब्लड कहीं से उपलब्ध नहीं हो पा रहा था।
ऐसे मुश्किल वक्त में बच्चे के परिजनों ने सोसाइटी के अध्यक्ष मोहेमीन उर्फ बब्बन से मदद की गुहार लगाई। अध्यक्ष ने तुरंत पहल की और संगठन के सक्रिय सदस्य माजिद अंसारी से संपर्क किया। माजिद अंसारी ने बिना देर किए ब्लड बैंक जाकर एक यूनिट A पॉजिटिव रक्तदान कर मासूम अरशद की जिंदगी बचा ली।
मौके पर ये रहे मौजूद
इस दौरान सोसाइटी के संस्थापक सैय्यद वसीम, अध्यक्ष मोहेमीन (बब्बन), मीडिया प्रभारी तुफैल अंसारी, नायब सचिव हैदर अली, नायब सदर अरफात अंसारी, कोषाध्यक्ष नसीम अंसारी, ब्लड प्रभारी गुफरान खान, तथा असलम अंसारी, फैसल अंसारी, तौसीफ खान, आसिफ खान, फिरोज खान, इरफान आलम, पिक्कू खान, मोना खान, वैस अख्तर, नाहिद हसन, रज्जी खान सहित कई लोग मौजूद रहे।
अध्यक्ष बब्बन का संदेश
अध्यक्ष मोहेमीन (बब्बन) ने कहा..
“रक्तदान सबसे बड़ा पुण्य है। यह किसी की जिंदगी बचाने का सबसे आसान और सच्चा तरीका है। अगर आप सचमुच किसी के दिल में जगह बनाना चाहते हैं तो रक्तदान से बढ़कर और कोई रास्ता नहीं है।”
इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि मानवता सबसे बड़ा धर्म है। मुस्लिम यूथ वेल्फेयर सोसाइटी का यह कार्य न सिर्फ एक मासूम की जिंदगी बचाने वाला है, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणा भी है।