जोहार हिंदुस्तान | लोहरदगा : सदर थाना क्षेत्र के न्यू रोड स्थित वी-मार्ट मॉल के समीप शुक्रवार को दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें हरमू निवासी माया उरांव के 42 वर्षीय पुत्र प्रकाश उरांव की मौके पर ही मौत हो गई।
प्रकाश उरांव अपनी स्कूटी (संख्या JH08J-1786) से बड़वा टोली किसी काम से पहुंचे थे, तभी तेज रफ्तार बॉक्साइट ट्रक (संख्या JH08A-3464) ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया।
हादसा बेहद भयावह, ड्राइवर मौके से फरार
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रक की रफ्तार इतनी तेज थी कि उसने प्रकाश उरांव को कई मीटर तक घसीटा, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई और शरीर बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गया। घटना के तुरंत बाद ट्रक चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया।
सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची, शव को कब्जे में लेकर सदर अस्पताल भेजा गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर थाने में खड़ा कर दिया है।
मृतक के परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मृतक प्रकाश उरांव खेती-किसानी और मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। उनके पीछे पत्नी और तीन छोटे बच्चे हैं।परिजनों ने कहा कि प्रकाश ही परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे, अब उनके जाने से घर में जीवन-यापन का संकट खड़ा हो गया है।
शहर में लगातार बढ़ रहे हैं बॉक्साइट ट्रकों के हादसे
लोहरदगा शहरी क्षेत्र में बॉक्साइट लदे ट्रकों की बेलगाम रफ्तार अब लोगों की जान पर भारी पड़ रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इन ट्रकों को अक्सर अनट्रेंड ड्राइवर, खलासी, या नशे की हालत में चालक चलाते हैं, जिससे हादसे बढ़ रहे हैं। शहरी क्षेत्र में इन वाहनों की गति निर्धारित सीमा से कहीं अधिक होती है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि ज्यादातर बॉक्साइट ट्रकों में इंडिकेटर और पार्किंग लाइट तक नहीं होती, जिससे रात में हादसे का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
जिम्मेदारी से बच रहे ट्रांसपोर्टर और कंपनियां
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि हिंडालको कंपनी, ट्रांसपोर्टर और ट्रक मालिक ऐसे हादसों के बाद चुप्पी साध लेते हैं।
लेकिन इन घटनाओं से जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके लिए जिंदगी हमेशा के लिए बदल जाती है।
प्रशासनिक बैठकों से नहीं निकल रहा समाधान
लोहरदगा में सड़क सुरक्षा समिति की बैठकें नियमित रूप से होती हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई या समाधान सामने नहीं आया है।
लोगों का कहना है कि अब समय आ गया है कि प्रशासन बॉक्साइट ट्रकों के संचालन पर सख्त नियंत्रण लगाए, ताकि शहर में लगातार हो रहे इन हादसों पर रोक लग सके।
जनता की मांग
स्थानीय नागरिकों ने मांग की है कि शहर में बॉक्साइट ट्रकों की प्रवेश समय सीमा तय की जाए, स्पीड मॉनिटरिंग और अल्कोहल टेस्टिंग की व्यवस्था हो, अनट्रेंड चालकों और बिना खलासी के परिचालन पर रोक लगे।
