जोहार हिंदुस्तान | नई दिल्ली: चेन्नई स्थित Sresan Pharmaceuticals कंपनी के मालिक जी. रंगनाथन को मध्य प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह वही कंपनी है जिसने Coldrif Cough Syrup बनाया था — वही सीरप जिसमें जहरीला रासायनिक तत्व Diethylene Glycol (DEG) मिलने की पुष्टि हुई है।
इस जहरीले सीरप से मध्य प्रदेश में अब तक 20 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है। सरकारी जांच रिपोर्टों में यह पाया गया कि Coldrif की कुछ बोतलों में 48% से अधिक DEG मिला हुआ था, जो मानव शरीर के लिए अत्यंत घातक है।
चेन्नई में एमपी पुलिस की बड़ी कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए मध्य प्रदेश पुलिस की एक विशेष टीम चेन्नई पहुंची और 73 वर्षीय कंपनी मालिक रंगनाथन को उनके ऑफिस से गिरफ्तार किया।
पुलिस ने कंपनी के कारखाने और कार्यालय में छापेमारी कर कई दस्तावेज, नमूने और कंप्यूटर रिकॉर्ड जब्त किए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, फैक्ट्री में पुराने और खराब उपकरणों से सीरप तैयार किया जा रहा था और पिछले 14 वर्षों से उत्पादन मानकों का पालन नहीं किया जा रहा था।
सरकार की सख्ती
मध्य प्रदेश सरकार ने Coldrif सीरप की बिक्री, वितरण और भंडारण पर तुरंत प्रतिबंध लगा दिया है।
तमिलनाडु सरकार की ड्रग कंट्रोल एजेंसी ने कंपनी का उत्पादन लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों और ड्रग कंट्रोल अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई है, ताकि इस तरह की त्रासदी दोबारा न हो।
पूरे देश में हड़कंप
Coldrif सीरप मामले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। मेडिकल जगत में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर दवा उत्पादन की निगरानी में इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि DEG जैसे रसायन का इस्तेमाल औद्योगिक उद्देश्यों के लिए होता है, और दवा में इसका मिलना गंभीर आपराधिक लापरवाही है।
Coldrif सीरप कांड ने दवा निर्माण प्रणाली की खामियों को उजागर कर दिया है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि पुलिस जांच के बाद कितने और जिम्मेदार लोग कानून के शिकंजे में आते हैं।