जोहार हिंदुस्तान | पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव के नाम से सुर्खियाँ बन रही हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि वे RJD की ओर से सारण जिले की मांझी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ सकते हैं।
क्या है सच्चाई — अफवाह या हकीकत
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पवन सिंह, रितेश पांडेय के बाद अब खेसारी लाल यादव भी चुनावी मैदान में उतरने वाले हैं।
परंतु, अगस्त 2025 में खेसारी लाल यादव ने RJD नेता तेशस्वी यादव से पटना में मुलाकात की थी, लेकिन खुद उन्होंने मीडिया को स्पष्ट कहा था कि यह बैठक सिर्फ सौहार्दपूर्ण थी और उनका राजनीति में जाना अभी तय नहीं है।
खेसारी ने कहा कि वे अभी अपने फ़िल्म–गायकी के काम में व्यस्त हैं और भविष्य में क्या होगा, यह समय ही बताएगा।
मांझी सीट की रणनीति
मांझी विधानसभा क्षेत्र सारण जिले में आता है और यह क्षेत्र RJD के लिए पारंपरिक महत्व रखता है।
यदि खेसारी इस सीट से चुनाव लड़ते हैं, तो यह लोकप्रियता का प्रयोग करने की रणनीति हो सकती है ताकि युवा वोटरों को अपनी ओर खींचा जा सके।
RJD अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए फिल्मी चेहरे और लोकप्रिय हस्तियों का सहयोग लेने की कोशिश कर रही है — चुनावी मैदान में स्टार पावर को बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाना आम रणनीति है।
चुनौतियाँ और राजनीतिक समीकरण
स्टार पावर राजनीति में ज़रूर आकर्षक होता है, लेकिन लोकल मुद्दे, जनसमस्याएँ और वोट बैंक विभाजन ऐसे कारक हैं जिनका सामना करने की चुनौती खेसारी को होगी।
RJD को दूसरे पार्टियों से सीट बंटवारे की जद्दोजहद का सामना करना है। वर्तमान में RJD यह दावेदार कर रहा है कि वह 243 सीटों पर चुनाव लड़े।
यदि खेसारी RJD टिकट की दावेदारी करते हैं, तो यह देखना होगा कि मंथन-समझौते के बीच उनकी दावेदारी कितनी स्वीकृत होती है।
खेसारी लाल यादव का राजनीति में प्रवेश अभी एक संभावना है परंतु उनका नाम RJD टिकट के दावेदारों की सूची में शामिल किया जाना खबरों में है। हालांकि खेसारी ने खुद इस बारे में कहते हैं कि अभी उनके लिए फ़िल्म और संगीत प्राथमिकता है।
अगर वे मैदान में उतरते हैं, तो यह बिहार की राजनीति में एक नई लहर लाने वाला कदम हो सकता है। लेकिन तय रूप से यह कहना अभी जल्दबाज़ी होगी।