जोहार हिंदुस्तान | नई दिल्ली : ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने वक्फ़ (संशोधन) कानून, 2025 के खिलाफ 3 अक्टूबर को प्रस्तावित देशव्यापी भारत बंद को फिलहाल स्थगित कर दिया है। बोर्ड ने इस फैसले का कारण बताते हुए कहा कि 3 अक्टूबर को कई राज्यों में धार्मिक त्योहार हैं, इसलिए बंद करना उचित नहीं होगा।
AIMPLB का बयान और विरोध जारी रहेगा
AIMPLB ने स्पष्ट किया है कि वक्फ़ कानून को लेकर उनका आंदोलन अब भी जारी रहेगा। उन्होंने यह भी कहा है कि नई तिथि जल्द जारी की जाएगी, जिस पर देश भर में विरोध-कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
बोर्ड ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि हमारे पास जितना मत एवं समर्थन है, उसके अनुरूप समय और तिथि हम तय करेंगे। देश के कई हिस्सों में 3 अक्टूबर को धार्मिक कार्यक्रम हैं, इसलिए इस दिन बंद करना उपयुक्त नहीं हुआ। त्यौहार होने के कारण लोग अपने त्यौहार के उत्सव में व्यस्त होंगे ऐसे में मानवीय पहल करते हुए हम इस आंदोलन को फिलहाल अगली तारीख तक के लिए स्थगित कर रहे हैं।
AIMPLB का यह बयान इस दिशा में संकेत है कि वे शांतिपूर्ण विरोध के स्वरूप और रणनीति में बदलाव कर सकते हैं। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के इस फैसले का देश भर में कई सामाजिक और धार्मिक सहित राजनीतिक संगठनों ने स्वागत किया है। क्योंकि दुर्गा पूजा के उपलक्ष में मनाए जाने वाले त्योहार के दौरान आपसी सौहार्ट कायम रहे और बंद के कारण किसी को भी कोई परेशानी ना हो इसी उद्देश्य से बोर्ड ने यह फैसला लिया है।
वक्फ़ कानून और विवाद का पृष्ठभूमि
वक्फ़ (संशोधन) कानून, 2025 के तहत कुछ प्रावधानों में परिवर्तन किए गए हैं, जिन पर AIMPLB और कई मुस्लिम संगठनों ने धार्मिक संपत्ति और वक्फ़ बोर्डों के अधिकारों पर खतरा बताया है। सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही इस कानून के कुछ विवादित प्रावधानों पर आंशिक रोक लगाई है, जैसे “5 वर्ष इस्लाम अभ्यास” की शर्त। AIMPLB ने “Save Waqf Campaign” के अंतर्गत कई स्टेजों में विरोध प्रदर्शन और जागरूकता कार्यक्रम चलाए हैं।
आगे की रणनीति
बोर्ड ने कहा है कि जल्द ही नई तारीख की घोषणा की जाएगी और सभी सदस्य तथा सहयोगी दल उस दिन बंद और विरोध कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
इस बीच, AIMPLB की चल रही रैलियाँ, पत्राचार और कानूनी लड़ाई जारी रहेगी ताकि गोपनीय संपत्ति और वक्फ़ बोर्डों को न्याय मिल सके।