जोहार हिंदुस्तान | नई दिल्ली: केरल में एक विवादित बयान के बाद सुर्खियों में आए BJP प्रवक्ता Printu Mahadev ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। उसने टीवी डिबेट के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ‘सीने में गोली मारने’ की धमकी दी थी, जिसके बाद मामला गरमा गया था।
धमकी ने सियासी ताप बढ़ाया
इन बिंदुओं पर विवाद शुरू हुआ
• TV डिबेट के दौरान Mahadev ने कहा था, “राहुल गांधी को सीने में गोली मारी जाएगी।”
• कांग्रेस ने इस बयान को “शांतिपूर्ण राजनीति को बंदूक की भाषा” बताते हुए विरोध जताया।
• AICC महासचिव K C Venugopal ने Union गृह मंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में इस धमकी को “चिलिंग” करार दिया और सख्त कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने Printu Mahadev के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जिस धाराओं में शिकायत की गई है उनमें BNS (Bharatiya Nyaya Sanhita) की कई धाराएं शामिल हैं। मामला Peringalam पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है।
आत्मसमर्पण की घटना
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, Mahadev ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है और अब मामले की जांच जारी है। पुलिस ने आत्मसमर्पण के बाद उसे हिरासत में लिया है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ और आम जनता की मांग
कांग्रेस ने इस घटना को “लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की मर्यादा पर हमला” बताया और कहा कि ऐसी धमकियाँ राजनीतिक संवाद को भंग करती हैं। कांग्रेस ने कहा कि यदि त्वरित न्याय नहीं हुआ तो इसे साज़िश और सत्ता पक्ष की संरक्षण नीति माना जाएगा। विपक्षी दलों ने सरकार और पुलिस से मांग की है कि इस मामले में “त्वरित, दृश्यमान और कठोर कार्रवाई” होनी चाहिए।
क्या अब मामला शांत होगा?
Printu Mahadev का आत्मसमर्पण एक महत्वपूर्ण मोड़ है, लेकिन यह देखना होगा कि पुलिस और न्यायपालिका किस तरह इस घटना की गहराई से जांच करती है।
क्या धमकी देने वाले प्रवक्ता को सख्त सजा मिलेगी? क्या इस घटना से राजनीति में अभिव्यक्ति की सीमाओं पर नई बहस छिड़ेगी?