जोहार हिंदुस्तान | लोहरदगा : झारखंड पठारी चंदवा लोहरदगा ट्रक ओनर एसोसिएशन की संचालन समिति ने शनिवार 27 सितंबर 2025 को सेरंगदाग माइंस का दौरा कर चल रहे आंदोलन का समाधान कराया।
तीन दिनों से ठप था काम, ग्रामीणों का आंदोलन
पिछले तीन दिनों से ग्रामीण अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत थे। ईटकीरी से माइंस तक की जर्जर सड़क की मरम्मत को लेकर ग्रामीणों ने विरोध जताया था। ग्रामीणों ने माइंस मैनेजर के केबिन और कांटा घर में ताला लगाकर सभी गतिविधियां रोक दी थीं। इसके चलते माइंस का रेज़िग और ट्रांसपोर्टिंग कार्य पूरी तरह बाधित हो गया था।
समिति ने कराया समाधान
आज संचालन समिति के सदस्य इरशाद अहमद, पंकज सिंह, फिरोज अंसारी, सोनल राज गोलू, दाउद आलम, काजू कुरैशी, आसिफ खान, साजिद खान, संजीव, विष्णु एवं अबु सुफियान ने ग्रामीणों, कंपनी के अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन के बीच मध्यस्थता कर शांतिपूर्ण समाधान निकाला। मौके पर ही जर्जर सड़क पर मोरम डालकर मरम्मत कार्य शुरू कराया गया। और कार्यालय कक्ष से ताले खुलवाए गए। वही ग्रामीणों की अन्य मांगों पर भी सहानुभूतिपूर्वक विचार कर प्राथमिकता के आधार पर समाधान का भरोसा दिया गया। बताया गया कि अब एक-दो दिनों में माइंस से ट्रांसपोर्टिंग कार्य पुनः शुरू हो जाएगा।
जालिम माइंस बंद, 60 गाड़ियों के मालिक प्रभावित
जालिम माइंस को कंपनी ने बंद कर दिया है। यहां पहले 60 ट्रकें संचालित होती थीं, जिससे संबंधित ट्रक मालिक फिलहाल बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं। संचालन समिति ने उनकी समस्या भी कंपनी प्रबंधन तक पहुंचाई। समिति ने हिंडाल्को कंपनी के वरीय अधिकारियों से टेलिफोनिक वार्ता कर आग्रह किया कि इन गाड़ियों को सेरंगदाग माइंस में समायोजित किया जाए। कंपनी अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि जल्द ही इन गाड़ियों को यहां समायोजित कर दिया जाएगा।
सांसद सुखदेव भगत को दी गई जानकारी
संचालन समिति ने पूरे घटनाक्रम से लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुखदेव भगत को भी अवगत कराया। साथ ही निर्णय लिया गया कि नई गाड़ियों पर अस्थायी रूप से रोक लगाई जाएगी, ताकि मौजूदा ट्रक मालिकों के हितों की रक्षा हो सके। यह पहल ट्रक मालिकों और ग्रामीणों दोनों के लिए राहत लेकर आई है और उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में सेरंगदाग माइंस का संचालन पूरी तरह पटरी पर लौट आएगा।