जोहार हिंदुस्तान | लोहरदगा : विद्यालय प्रमाणीकरण प्रक्रिया में लोहरदगा जिले के 19 सरकारी विद्यालय सफल घोषित हुए हैं। इनमें से 2 विद्यालयों को गोल्ड मेडल, 16 विद्यालयों को सिल्वर मेडल और 1 विद्यालय को कांस्य पदक प्राप्त हुआ।
समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित कार्यक्रम में उपायुक्त डॉ. ताराचंद ने सफल विद्यालयों को सम्मानित किया। मौके पर संबंधित विद्यालयों के प्राचार्य और प्रतिनिधि शिक्षकों को शॉल ओढ़ाकर, मेडल और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
उपायुक्त का संदेश
उपायुक्त डॉ. ताराचंद ने कहा सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर तराशना शिक्षकों की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। आप सभी एक प्रतिष्ठित परीक्षा से चुने गए हैं। अब बच्चों का सर्वांगीण विकास कर उन्हें भविष्य के लिए तैयार करना ही आपका सर्वोपरि कार्य है। कमियों को सुधारें और अन्य विद्यालयों के लिए मिसाल बनें।
उन्होंने आगे कहा कि सरकारी विद्यालयों में प्रायः अभावग्रस्त परिवारों के बच्चे पढ़ते हैं, इसलिए उन पर विशेष ध्यान देना जरूरी है।
प्रमाणीकरण के मानक
विद्यालय प्रमाणीकरण की प्रक्रिया में निम्न बिंदुओं पर मूल्यांकन किया गया।
शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति, विषयवार मूल्यांकन, पाठ योजना निर्माण एवं पठन-पाठन, प्रार्थना सभा का आयोजन, विद्यालय परिसर की साफ-सफाई, छात्र हित में निर्धारित विभिन्न कार्यक्रमों का कार्यान्वयन
सम्मानित होने वाले विद्यालय
गोल्ड मेडल
पीएमश्री राजकीयकृत मध्य विद्यालय नवाडीपाड़ा
पीएमश्री उत्क्रमित राजकीयकृत उच्च विद्यालय जिंगी
सिल्वर मेडल
पीएमश्री उत्क्रमित राजकीयकृत उच्च विद्यालय कुजरा
केजीबीवी मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय लोहरदगा
जिला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय नदिया हिंदू, लोहरदगा
कस्तूरबा मुख्यमंत्री उत्कृष्ट बालिका विद्यालय, लोहरदगा
राजकीयकृत चुन्नीलाल उच्च विद्यालय, लोहरदगा
राजकीयकृत मध्य विद्यालय, किस्को
केजीबीवी, किस्को
केजीबीवी, सेन्हा
उत्क्रमित राजकीयकृत उच्च विद्यालय चितरी डांडू
उत्क्रमित राजकीयकृत उच्च विद्यालय बिटपी
राजकीयकृत मध्य विद्यालय चट्टी
गांधी मेमोरियल उच्च विद्यालय, माराडीह
डॉ. अनुग्रह नारायण उच्च विद्यालय, कैरो
उत्क्रमित राजकीयकृत मध्य विद्यालय, बिढ़नी
राजकीयकृत मध्य विद्यालय, मक्का
कांस्य मेडल
राजकीयकृत मध्य विद्यालय, अर्रू
कार्यक्रम में उपस्थित
जिला शिक्षा पदाधिकारी दास सुनंदा चंद्रमौलेश्वर, एडीपीओ मोनादीपा बनर्जी, सहायक जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एमलेन सुरीन, समेत जिले के सभी शिक्षकगण इस अवसर पर उपस्थित थे।