जोहार हिंदुस्तान | नई दिल्ली : आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने वक्फ (संशोधन) कानून, 2025 के खिलाफ 3 अक्टूबर 2025 को देशव्यापी बंद (Bharat Bandh) का आह्वान किया है। इस बंद के दौरान मुस्लिम समुदाय से अपील की गई है कि वे अपने दुकानें, कार्यालय और कारोबारी प्रतिष्ठान सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक बंद रखें। इस बंद में मेडिकल स्टोर जैसी ज़रूरी सेवाओं को छूट दी जाएगी।
वक्फ कानून में संशोधन विवाद और विरोध
वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 को संसद में पारित किया गया इस कानून में कई प्रावधान ऐसे हैं जिन्हें AIMPLB और अन्य मुस्लिम संगठनों ने धार्मिक संपत्तियों और वक्फ बोर्डों के अधिकारों के लिए खतरा बताया है।
AIMPLB ने कहा है कि यह बंद शांतिपूर्ण विरोध है, और इसका मकसद न्यायिक और संवैधानिक बहस को बल देना है, न कि समाज में अशांति फैलाना।
सुप्रीम कोर्ट की स्थिति
15 सितंबर 2025 को सुप्रीम कोर्ट ने इस कानून के कुछ विवादित प्रावधानों पर आंशिक रोक लगाई है जैसे कि “5 वर्ष इस्लाम अभ्यास” की शर्त। लेकिन अदालत ने अधिनियम को पूरी तरह से रोकने से इंकार कर दिया है।
AIMPLB ने इस अंतरिम आदेश को “अपूर्ण और अनसंतोषजनक” बताते हुए कहा कि कई हानिकारक प्रावधान अभी भी लागू रहने वाले हैं।
“सेव वक्फ अभियान” और आगे की रणनीति
AIMPLB ने अपने “Save Waqf Campaign” की दूसरी चरण की शुरुआत कर दी है। इसके ज़रिए मुस्लिम समुदाय को छोटे-छोटे जनसभा और बैठकों के जरिए समाज के लोगों को जागरूक किया जा रहा है जिससे कि 3 अक्टूबर का बंद व्यापक समर्थन पाए। बंद के बाद 11 अक्टूबर को दिल्ली में शांतिपूर्ण प्रदर्शन और 16 नवंबर को रामलीला मैदान में एक बड़े रैली की योजनाएँ हैं।
AIMPLB का 3 अक्टूबर का बंद आह्वान वक्फ कानून के खिलाफ सबसे बड़ा सार्वजनिक विरोध आंदोलन हो सकता है। सुप्रीम कोर्ट की आंशिक रोक और कानून के संवैधानिक सवाल, दोनों इस विवाद को हाई वोल्टेज बना देते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बंद में कितने लोग शामिल होते हैं और कानून को लेकर संघर्ष किस दिशा में बढ़ता है।