जोहार हिंदुस्तान | लोहरदगा : झारखंड फार्मासिस्ट एसोसिएशन, लोहरदगा के बैनर तले विश्व फार्मासिस्ट दिवस गुरुवार को जिला सदर अस्पताल परिसर में धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर जिले के पदाधिकारी, चिकित्सक और प्रशिक्षु फार्मासिस्ट शामिल हुए।
विश्व फार्मासिस्ट दिवस का महत्व
साल 2012 में फार्मेसी को वैश्विक स्तर पर मान्यता मिलने के बाद से हर वर्ष 25 सितम्बर को विश्व फार्मासिस्ट दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर दवाओं की सही जानकारी, उनका प्रभाव और लोगों में स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
डीसी डॉ. ताराचंद का संदेश
कार्यक्रम में शामिल लोहरदगा डीसी डॉ. ताराचंद ने कहा
“बिना चिकित्सक की सलाह के कभी भी दवा न लें।”
यदि दवा नकली लगती है, तो इसकी शिकायत तुरंत ड्रग इंस्पेक्टर या सिविल सर्जन से करें।
जेनेरिक दवाएं पूरी तरह असरदार होती हैं और उनका प्रभाव ब्रांडेड दवाओं जैसा ही होता है।
ब्रांडेड दवाएं सिर्फ महंगी होती हैं, जबकि जेनेरिक दवाएं सस्ती और समान रूप से कारगर होती हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि जेनेरिक दवाओं को लेकर किसी भी प्रकार का भ्रम समाज में नहीं फैलना चाहिए।
फार्मासिस्टों की भूमिका और चुनौतियाँ
लोहरदगा जिला फार्मासिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश्वर महतो ने कहा
फार्मासिस्ट का कार्य समाज के लिए गौरवपूर्ण और अनिवार्य है।
“जहाँ दवा, वहाँ फार्मासिस्ट” की तर्ज पर काम होना चाहिए।
राज्य में वर्तमान में 800 से अधिक पद रिक्त हैं, जिन्हें शीघ्र भरा जाना चाहिए।
लोहरदगा जिले में फिलहाल मात्र 2 फार्मासिस्ट कार्यरत हैं, जबकि दवा दुकानों और अस्पतालों में संख्या बढ़ाने की जरूरत है।
फार्मासिस्टों को उचित हक और मान्यता मिलनी चाहिए।
मौके पर मौजूद प्रमुख लोग
डॉ. शंकर प्रसाद (उपाधीक्षक, सदर अस्पताल)
सुभाषिनी तिर्की (एचएम, अस्पताल)
फार्मासिस्ट राजेश्वर महतो, गायत्री महतो, मिथिलेश कुमार, रोहित कुमार साहू, साधना कुमारी, गुलाम औनुर रहमान, अरबाज अंसारी, गुलाम अंसारी, सोनल कुमारी गुप्ता, रजिया प्रवीण, सिमरन नाज, इनायतुल्लाह सैफ, सबा प्रवीण, आसीफ अंसारी, तारीख अफताब, अशोक कुमार साथ ही कई प्रशिक्षु फार्मासिस्ट भी उपस्थित रहे।