जोहार हिंदुस्तान | लोहरदगा: लोहरदगा नगर परिषद क्षेत्र के विक्टोरिया बड़ा तालाब के निकट स्थित अमृत वाटिका बच्चों का पार्क अब उपेक्षा और लापरवाही का शिकार होकर पशुओं का चारागाह बन गया है। कभी यह पार्क बच्चों और महिलाओं के मनोरंजन का प्रमुख स्थल था, लेकिन आज इसकी स्थिति जर्जर और बदहाल है।
लाखों खर्च, लेकिन बोर्ड तक नहीं
स्थानीय लोगों के मुताबिक, नगर परिषद द्वारा इस पार्क का निर्माण लगभग 12 से 15 लाख रुपए की लागत से कराया गया था। हालांकि, निर्माण किस योजना के तहत हुआ और संवेदक कौन थे—इसकी जानकारी देने वाला कोई भी सूचना बोर्ड आज तक पार्क में नहीं लगाया गया। यह भी भ्रष्टाचार और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
झूले और उपकरण हुए बर्बाद
पार्क में बच्चों के खेलने के लिए लगाए गए झूले और अन्य उपकरण पूरी तरह से टूट चुके हैं। आसपास के लोग बताते हैं कि कुछ असामाजिक तत्वों ने जानबूझकर इन उपकरणों को क्षतिग्रस्त किया और पार्क को बर्बाद होने दिया। परिणामस्वरूप, जो जगह बच्चों की किलकारियों से गूंजनी चाहिए थी, वह आज मवेशियों का अड्डा बन चुकी है।
जनता का पैसा बर्बाद
महज एक साल के भीतर ही पार्क की यह दुर्दशा, नगर परिषद की कार्यशैली और देखरेख पर सवाल उठाती है। लोगों का कहना है कि लाखों रुपए खर्च कर जो अमृत वाटिका बनी थी, वह अब पूरी तरह से जनता का पैसा बर्बाद करने की मिसाल बन गई है।
भ्रष्टाचार के आरोप
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इस पार्क निर्माण में भी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। बिना क्वालिटी और टिकाऊ निर्माण के नाम पर सरकारी पैसे की बंदरबांट की गई, जिसका परिणाम आज आम जनता भुगत रही है।
नगर परिषद से कार्रवाई की मांग
क्षेत्र के लोगों ने नगर परिषद से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है। उनका कहना है कि पार्क की मरम्मत कराई जाए, सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जाए और जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाए ताकि बच्चों और परिवारों के लिए यह पार्क फिर से सुरक्षित और उपयोगी बन सके।