जोहार हिंदुस्तान | पटना : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले विपक्षी इंडिया गठबंधन में अंदरूनी खींचतान और बिखराव तेज़ हो गया है। महागठबंधन में शामिल होने और सीटों के बंटवारे को लेकर छोटे दलों की बड़ी मांगें सामने आ रही हैं, जिससे गठबंधन की एकजुटता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
AIMIM की एंट्री और छह सीटों की मांग
AIMIM बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान हाल ही में आरजेडी आवास पहुंचे और महागठबंधन में शामिल होने की इच्छा जताई। उन्होंने गठबंधन से 6 सीटों की मांग रखी है। खास बात यह है कि AIMIM ने स्पष्ट किया है कि वे किसी मंत्री पद की दावेदारी नहीं करेंगे।
राजनीतिक गलियारों में इसे AIMIM का “सौम्य रुख” माना जा रहा है, लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पहले ही एलान कर चुके हैं कि पार्टी बिहार की सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।
मुकेश सहनी की 60 सीट और उपमुख्यमंत्री पद की मांग
दूसरी ओर, विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के मुखिया मुकेश सहनी ने गठबंधन से 60 सीटों और उपमुख्यमंत्री पद की मांग कर डाली है।
यहाँ तक कि जिनके सभी विधायक पहले ही भाजपा में जा चुके हैं, वे अब भी खुद को बड़ा खिलाड़ी साबित करने की कोशिश कर रहे हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि सहनी पर भरोसा करना गठबंधन के लिए आसान नहीं है, क्योंकि उनकी निष्ठा पर बार-बार सवाल उठते रहे हैं।
राजनीतिक संदेश और मीडिया में चर्चा
मुकेश सहनी अक्सर दिल्ली में बड़े नेताओं से मुलाकात कर सुर्खियाँ बटोरते रहे हैं। वहीं, AIMIM ने हाल ही में उपराष्ट्रपति चुनाव में इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार को वोट दिया था, जिससे महागठबंधन में शामिल होने की उनकी मंशा और मजबूत होती दिख रही है।
गठबंधन की मुश्किलें बढ़ीं
बिहार की सियासत में सीटों का गणित हमेशा से निर्णायक रहा है। छोटे-छोटे दलों की बड़ी-बड़ी मांगों ने इंडिया गठबंधन की सिरदर्दी बढ़ा दी है। एक तरफ AIMIM गठबंधन का हिस्सा बनकर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है, तो दूसरी ओर मुकेश सहनी उपमुख्यमंत्री पद तक की दावेदारी कर गठबंधन की एकजुटता पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
- बिहार चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन को एकजुट रखना आरजेडी-जेडीयू और कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है। AIMIM और VIP जैसे दलों की मांगें अगर संतुलित न की गईं तो चुनावी मैदान में महागठबंधन की राह और कठिन हो सकती है।