जोहार हिंदुस्तान | रांची : राजधानी रांची स्थित मोरहाबादी मैदान में सोमवार को आयोजित करम पूर्व संध्या समारोह-2025 में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शामिल हुए। इस अवसर पर झारखंड सरकार के मंत्री चमरा लिंडा भी मौजूद रहे। कार्यक्रम स्थल पर आदिवासी-मूलवासी समुदाय के हजारों लोग उमड़े और पूरे वातावरण में पारंपरिक गीत-संगीत और नृत्य की गूंज रही।
मुख्यमंत्री का संबोधन
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज का दिन बहुत ही खुशी का है। राज्य के अलग-अलग गांव, मोहल्लों और टोलों में करम महोत्सव की तैयारियां चल रही हैं और पर्व पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। करम महोत्सव केवल झारखंड तक सीमित नहीं है, बल्कि जहां-जहां हमारे आदिवासी-मूलवासी समुदाय के लोग बसे हैं, वहां भी इसे पूरे उत्साह से मनाया जाता है। मैं आप सभी को हार्दिक बधाई, शुभकामनाएं और जोहार अर्पित करता हूं।
पारंपरिक धूमधाम
कार्यक्रम के दौरान पारंपरिक करम गीत और नृत्य प्रस्तुत किए गए।महिला-पुरुषों और युवाओं ने झारखंडी संस्कृति की झलक पेश कर माहौल को जीवंत बना दिया। मैदान में हजारों लोग पारंपरिक पोशाक और रंग-बिरंगे परिधानों में नजर आए।
करम पर्व का महत्व
करम पर्व झारखंड की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान है। यह प्रकृति, भाईचारे और सामूहिक जीवन मूल्यों का प्रतीक है। इस दिन करम देवता की पूजा कर सुख-समृद्धि, शांति और उन्नति की कामना की जाती है। मोरहाबादी मैदान का यह आयोजन न केवल राजधानी बल्कि पूरे राज्य में करम महोत्सव की धूम का संदेश देता है। मुख्यमंत्री और मंत्रियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और खास बना दिया।