जोहार हिंदुस्तान | गुमला जिले में नशे के अवैध कारोबार पर प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित और पुलिस अधीक्षक हरीश बिन ज़मां की संयुक्त अध्यक्षता में सोमवार को आयोजित NCORD समिति की बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए गए कि ब्राउन शुगर, अफीम, गांजा और अन्य नशीले पदार्थों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस (Zero Tolerance) नीति अपनाई जाएगी।
अधिकारियों की जवाबदेही तय होगी
उपायुक्त ने कहा कि जिले में नशीले पदार्थों की बिक्री और उपभोग पर हर हाल में पूर्ण प्रतिबंध सुनिश्चित हो। इस दिशा में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि हालात में सुधार नहीं हुआ तो संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
स्कूलों में चलेगा जागरूकता अभियान
बैठक के दौरान उपायुक्त ने पुलिस अधिकारियों को नियमित पेट्रोलिंग करने, सूचना तंत्र को और मजबूत बनाने और प्रखंड स्तर के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया। साथ ही निर्देश दिया गया कि विद्यालयों (कक्षा 8 से उच्च विद्यालय स्तर तक) में जाकर छात्रों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया जाए।
सीमा पर सख्त निगरानी
बैठक में पुलिस अधीक्षक हरीश बिन ज़मां ने कहा कि जिले की सीमा से प्रवेश करने वाले वाहनों और बाहरी नागरिकों पर विशेष निगरानी रखी जाए। उन्होंने अन्य शहरों से ब्राउन शुगर और नशीले पदार्थों के अवैध आयात-निर्यात की संभावना को देखते हुए सख्त निगरानी तंत्र की आवश्यकता पर बल दिया।
बैठक में शामिल अधिकारी
इस अहम बैठक में पुलिस अधीक्षक गुमला, एसडीओ सदर, सीडीओ चैनपुर, एसडीओ बसिया, सभी एसडीपीओ, जिला सामान्य शाखा पदाधिकारी सहित संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।