जोहार हिंदुस्तान | नई दिल्ली : झारखंड की राजनीति और शिक्षा जगत के लिए एक गहरा आघात देने वाली खबर सामने आई है। झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का दिल्ली के अपोलो अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया।
शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन को कुछ दिन पहले अचानक ब्रेन हेमरेज हुआ था। इसके बाद स्थिति गंभीर होने पर उन्हें एयरलिफ्ट कर दिल्ली के अपोलो अस्पताल लाया गया, जहां कई दिनों तक डॉक्टरों की एक विशेष टीम उनकी देखरेख में जुटी रही। लेकिन लगातार प्रयासों के बावजूद देर रात उन्होंने अंतिम सांस ली।
अपोलो अस्पताल के डॉक्टरों ने उनके निधन की आधिकारिक पुष्टि की। वहीं, अस्पताल में मौजूद झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) नेता कुणाल सारंगी ने सोशल मीडिया के माध्यम से यह दुखद समाचार साझा किया।
दूसरे शिक्षा मंत्री जो पद पर रहते हुए हुए दिवंगत
रामदास सोरेन, झारखंड के दूसरे ऐसे शिक्षा मंत्री बने, जिनका कार्यकाल के दौरान निधन हुआ। इससे पहले जगन्नाथ महतो का भी शिक्षा मंत्री रहते निधन हो गया था और अब एक बार फिर यह दुखद घटना दोहराई गई है।
मुख्यमंत्री और JMM परिवार शोकाकुल
उनके निधन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा.. “रामदास सोरेन जी का निधन झारखंड की राजनीति और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। वे हमेशा शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने और समाज के अंतिम पायदान तक शिक्षा पहुँचाने के लिए संघर्षरत रहे। उनके विचार और योगदान सदैव याद किए जाएंगे।”
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी इसे पार्टी और राज्य के लिए एक बड़ी क्षति बताया है। पूरे राज्यभर में शोक की लहर दौड़ गई है।
सरल और जमीनी नेता की छवि
रामदास सोरेन को हमेशा एक साधारण और जमीनी नेता के रूप में याद किया जाएगा। वे लगातार आदिवासी और वंचित समाज की आवाज उठाते रहे और शिक्षा को सभी के लिए सुलभ बनाने की दिशा में कई पहल शुरू कीं।
अंतिम संस्कार की तैयारी
परिवार और पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, रामदास सोरेन का पार्थिव शरीर आज रांची लाया जाएगा। झारखंड की धरती पर अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि के बाद उनके पैतृक गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।