जोहार हिंदुस्तान | गढ़वा, झारखंड : भारतीय रेल ने एक ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित करते हुए एशिया की सबसे लंबी मालगाड़ी “रुद्रास्त्र” का सफल ट्रायल रन पूरा किया। करीब 4.5 किलोमीटर लंबी इस मालगाड़ी में 354 डिब्बे और 7 शक्तिशाली इंजन शामिल थे।
गढ़वा बना ऐतिहासिक पल का गवाह
ट्रायल रन उत्तर प्रदेश के चंदौली से शुरू होकर झारखंड के गढ़वा स्टेशन तक किया गया। गढ़वा जंक्शन पर इस ट्रेन के आगमन का दृश्य ऐतिहासिक और रोमांचकारी था। रेलवे कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने इस अनोखे क्षण को गर्व से देखा और कैमरों में कैद किया। यह न केवल भारतीय रेल बल्कि झारखंड के लिए भी एक गौरवशाली उपलब्धि है।
दूरी और समय में शानदार प्रदर्शन
रुद्रास्त्र ने 209 किलोमीटर की दूरी मात्र 5 घंटे 10 मिनट में तय की, जो इतनी लंबी और भारी मालगाड़ी के लिए बेहद प्रभावशाली प्रदर्शन है।
भार और क्षमता — नए युग की शुरुआत
इस गाड़ी की क्षमता एक साथ हजारों टन माल ढोने की है। विशेषकर झारखंड और आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों में कोयला, खनिज और भारी मशीनरी के परिवहन में यह गाड़ी नई क्रांति ला सकती है।
तकनीकी चुनौती पर जीत
इतनी विशाल मालगाड़ी का संचालन रेलवे के लिए बड़ी तकनीकी चुनौती थी। लेकिन भारतीय रेल के इंजीनियरों, ड्राइवरों और गार्डों ने अत्याधुनिक तकनीक और बेहतरीन समन्वय से इसे बखूबी अंजाम दिया।
रेलवे अधिकारियों और गढ़वा स्टेशन कर्मियों की खुशी
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि इस उपलब्धि से माल परिवहन क्षमता में कई गुना वृद्धि होगी। गढ़वा स्टेशन के स्टाफ और प्रबंधन ने इसे “झारखंड के लिए गर्व का पल” बताया और उम्मीद जताई कि भविष्य में यहां से ऐसे और ऐतिहासिक ट्रायल और संचालन होंगे।