जोहार हिंदुस्तान | रामगढ़/झारखंड : भीम आर्मी के संस्थापक और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद सोमवार को झारखंड के महान जननायक और पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय दिशोम गुरु शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि देने उनके पैतृक गांव नेमरा पहुंचे। यहाँ उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर दिवंगत नेता के निधन पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की।
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि शिबू सोरेन जी पूरे देश के आदिवासी, वंचित और हाशिये पर खड़े समुदायों के लिए एक मार्गदर्शक थे। उन्होंने राजनीति को सत्ता पाने का साधन नहीं, बल्कि अपने लोगों के अधिकारों की लड़ाई का हथियार बनाया।
उन्होंने आगे कहा.. शिबू सोरेन जी की विरासत हर न्यायप्रिय इंसान को संघर्ष के लिए प्रेरित करती रहेगी। वे झारखंड के पहले बड़े नेता थे जिन्होंने खुलेआम कहा — ‘जमीन, जंगल और जल हमारी पहचान है, इसे छीनने वालों से समझौता नहीं होगा।’ यही सोच उन्हें सच्चा ‘दिशोम गुरु’ बनाती है।
चंद्रशेखर आजाद ने आगे कहा कि शिबू सोरेन ने जनहित और जनसंघर्ष की राजनीति को नई दिशा दी। उन्होंने अपने पूरे जीवन में आदिवासियों, किसानों और वंचित वर्गों की आवाज़ को मजबूती से उठाया और कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात के दौरान, चंद्रशेखर आजाद ने झारखंड के जनसंघर्ष के इतिहास में शिबू सोरेन की भूमिका को ‘अमूल्य’ बताया और कहा कि उनका जाना न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है।