जोहार हिंदुस्तान | उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले के धराली क्षेत्र में बादल फटने की घटना ने तबाही मचा दी है। अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 50 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। घटनास्थल पर हर तरफ हाहाकार और तबाही के निशान नजर आ रहे हैं।
स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, 25 से अधिक होटल, होम-स्टे और निजी मकान बादल फटने के कारण मलबे में समा गए या बह गए। इस आपदा में कई वाहन भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। सड़कें टूट गई हैं और इलाके का संपर्क पूरी तरह से बाधित हो गया है।
बचाव कार्य जारी
SDRF, पुलिस और प्रशासनिक टीमें मौके पर राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है लेकिन लगातार हो रही बारिश और मलबा हटाने में आ रही दिक्कतों के कारण राहत कार्य में बाधाएं आ रही हैं। स्थानीय लोगों की मदद से कई जगहों पर फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया, लेकिन अब भी कई परिवारों के सदस्यों का कुछ पता नहीं चल पाया है।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए आपदा प्रभावितों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने अधिकारियों को तेजी से राहत कार्य करने और पीड़ितों के लिए अस्थायी शिविर स्थापित करने के निर्देश दिए हैं।
स्थानीय लोगों की दर्दभरी कहानी
धराली के निवासी विनोद राणा ने बताया,
“सब कुछ कुछ ही मिनटों में खत्म हो गया। जो देखा, वो डरावना था। कई परिवार रातों-रात बेघर हो गए।”
अभी और शव मिलने की आशंका
प्रशासन को आशंका है कि मलबे के नीचे अभी और शव दबे हो सकते हैं। एनडीआरएफ को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है और हेलीकॉप्टर की मदद से कुछ दुर्गम क्षेत्रों में राहत सामग्री भेजने की तैयारी की जा रही है।