झारखंड/लातेहार : लातेहार जिले के कामता पंचायत के ग्राम चटुआग स्थित परहैया टोला में बीते दो दिनों से ट्रांसफॉर्मर जल जाने के कारण 60 से अधिक आदिम जनजातीय और आदिवासी परिवार अंधेरे में जीने को मजबूर हैं। बिजली नहीं रहने से करीब 200 से अधिक लोग, विशेषकर छात्र, किसान और महिलाएं गंभीर परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
जानकारी मिलने पर पंचायत समिति सदस्य अयूब खान ने गांव का दौरा कर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और विद्युत कार्यपालक अभियंता राजदेव मेहता से जल्द नया और बड़ा ट्रांसफॉर्मर लगाने की मांग की।
बिजली की कमी से छात्र और किसान बेहाल
ग्रामीण राजकुतार परहिया, कुलेशर परहिया, दुखन परहिया, सुनील परहिया, मुन्ना मुण्डा, सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर के जलने से बिजली की आपूर्ति पूरी तरह से बंद हो चुकी है। बिजली रहने पर बच्चे रात में पढ़ाई कर पाते थे, मोटर चलाकर पानी निकाल लेते थे, लेकिन अब खेती और घरेलू कार्य दोनों प्रभावित हैं।”
अंधेरे से जहरीले जीव-जंतुओं का खतरा
ग्रामीणों ने चिंता जताई कि बरसात के मौसम में अंधेरे के कारण सांप-बिच्छू जैसे जहरीले जीव-जंतु घरों में घुस जाते हैं, जिससे जान का खतरा बढ़ गया है। लोग मिट्टी के दीपक और लालटेन के सहारे रात गुजारने को मजबूर हैं।
खेतों में सिंचाई पर पड़ा असर
खेती के सीजन में किसानों को बिजली चालित सिंचाई व्यवस्था बेहद जरूरी होती है, लेकिन बिजली नहीं होने के कारण पटवन रुक गया है और धान रोपाई जैसी महत्वपूर्ण कृषि गतिविधियां ठप पड़ गई हैं।
पंसस अयूब खान की पहल
ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए पंसस अयूब खान ने कहा कि यह मामला आदिम जनजातियों और वंचित समुदाय से जुड़ा है। प्रशासन को अविलंब कार्रवाई करनी चाहिए। मैं खुद इस मुद्दे को संबंधित अधिकारियों के समक्ष रख चुका हूं।
उन्होंने विद्युत कार्यपालक अभियंता से चटुआग परहैया टोला में बड़े क्षमता वाले ट्रांसफॉर्मर की जल्द स्थापना की मांग की है, ताकि ग्रामीणों को जल्द राहत मिल सके।