झारखंड सरकार द्वारा राज्य के प्रारंभिक स्कूलों में उर्दू सहायक शिक्षकों की बहाली को लेकर एक ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है। पूर्व से सृजित 3712 पदों का प्रत्यापन करते हुए कुल 4339 पदों को कैबिनेट से स्वीकृति मिल गई है। इस फैसले के बाद राज्य भर में उर्दू शिक्षकों की बहाली का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
इस महत्वपूर्ण फैसले पर लोहरदगा जिला कांग्रेस पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हाजी शकील अहमद ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन अंसारी को बधाई और धन्यवाद दिया है।
बहाल किए गए पदों का विवरण
इंटरमीडिएट प्रशिक्षित सहायक आचार्य (उर्दू) – 3287 पद मध्य विद्यालय स्नातक प्रशिक्षित सहायक आचार्य (उर्दू) – 1052 पद
कुल सृजित पद – 4339
हाजी शकील अहमद ने कहा कि यह निर्णय वर्षों से लंबित उर्दू शिक्षक बहाली के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया कि बहाली की प्रक्रिया अब शीघ्रता से पूरी की जाए ताकि योग्य अभ्यर्थियों को लाभ मिल सके।
उन्होंने इस मुद्दे पर पूर्व में किए गए प्रयासों को भी याद किया और पूर्व वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव एवं पूर्व राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू को भी दिली मुबारकबाद दी। उन्होंने कहा कि इन दोनों नेताओं ने निरंतर इस विषय को सरकार के समक्ष उठाया और आज उसी का सकारात्मक परिणाम सामने आया है।
हाजी शकील अहमद ने अंत में कहा कि उर्दू भाषा से जुड़े अभ्यर्थी लंबे समय से इस बहाली की प्रतीक्षा कर रहे थे। सरकार की यह पहल न सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र को मजबूती देगी बल्कि सामाजिक समरसता को भी बढ़ावा देगी।