जोहार हिंदुस्तान डेस्क | नई दिल्ली: आज देश अपने 79वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से लगातार 12वीं बार देश को संबोधित करेंगे। यह एक ऐतिहासिक क्षण होगा, क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के लगातार 11 संबोधनों का रिकॉर्ड पीएम मोदी पहले ही पार कर चुके हैं। वहीं, कुल 17 बार लाल किले से भाषण देने वाले पंडित जवाहरलाल नेहरू के बाद मोदी सबसे ज्यादा बार संबोधित करने वाले दूसरे प्रधानमंत्री बनेंगे।
विकसित भारत 2047 और आत्मनिर्भरता पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी लंबे समय से वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दृष्टि पर काम कर रहे हैं। वे बार-बार स्वदेशी तकनीक, स्थानीय विनिर्माण और आत्मनिर्भर भारत के महत्व पर जोर देते रहे हैं। इस बार के भाषण में भी इन विषयों पर प्रमुख घोषणाएं होने की उम्मीद है।
राष्ट्रीय सुरक्षा और कूटनीति पर संदेश
पीएम मोदी राष्ट्रीय सुरक्षा, ऑपरेशन सिंदूर, पाकिस्तान और कांग्रेस की नीतियों पर भी बात कर सकते हैं। बदलते भू-राजनीतिक हालात और हालिया सुरक्षा अभियानों के संदर्भ में यह संबोधन काफी अहम माना जा रहा है।
सुरक्षा के अभेद्य इंतज़ाम
लाल किले और उसके आसपास सुरक्षा के लिए इस बार तकनीक पर खास जोर है।
80 तकनीकी टीमें सुरक्षा व्यवस्था संभाल रही हैं।
10 एंटी-ड्रोन डिटेक्शन सिस्टम और 5 एयर डिफेंस गन तैनात हैं।
6 हेलीकॉप्टर से एयर सर्विलांस और 5 मीडियम मशीनगन के साथ कमांडो दस्ते पोज़िशन में हैं।
एंटी-ड्रोन सिस्टम 5 किलोमीटर की रेंज में किसी भी संदिग्ध ऑब्जेक्ट की पहचान कर उसे जाम कर सकता है।
इन हाई-टेक सिस्टम्स के लिए अलग कंट्रोल रूम बनाया गया है।
ऐतिहासिक भाषणों की विरासत
तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1966 से 1977 और फिर 1980 से 1984 के बीच प्रधानमंत्री रहते हुए कुल 16 बार 15 अगस्त को लाल किले से देश को संबोधित किया। मोदी का यह 12वां लगातार संबोधन इस विरासत को नए मुकाम पर ले जा रहा है।